आपकी जानकारी के लिए बता दे कि देशभर में 31 दिसंबर से एक नया नियम जारी होगा जिसके मुताबिक सभी यूपीआई एप्स के ऊपर विशेष प्रकार का नियम जारी होगा जिसका पालन सभी कंपनियों के करना होगा ऐसे में कौन सा नया बदलाव हो रहा है उसके बारे में पूरी जानकारी हम आपको आर्टिकल में देंगे
सभी ऐप्स पर ऑटो सेट दिखाई पड़ेगा
आपकी जानकारी के लिए बता दे की नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन इंडिया के द्वारा एक नया नियम जारी किया गया जिसमें कहा गया कि कोई भी यूपीआई एप्स का इस्तेमाल करते हैं तो वहां पर आपको ऑटो सेट करने का विकल्प दिखाई पड़ता है जो कि इस एप्स पर दिखाई पड़ेगा जहां पर आपने इसे सेट किया है लेकिन आप उसे नियम को बदल बदल दिया गया यानी अगर आपने फोनपे पर फोटो सेट किया है तो उसे सेटिंग को आप गूगल पे पर भी देख पाएंगे
यूजर्स को क्या फायदा होगा?
आपको बता दे की यूपीआई के सभी लोगों के जो भुगतान होते थे उसे कंट्रोल कंट्रोल करने की दुनिया में उसमें काफी बेहतर है फीचर्स ऐड कर जाएंगे क्योंकि अब कोई भी व्यक्ति अपना पैसा दूसरी ऐप से आसानी से किसी एप्स में ट्रांसफर कर सकता है
मर्चेंट्स के लिए भी सुविधा
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन इंडिया के मुताबिक व्यापारियों को भी अब कई प्रकार के महत्वपूर्ण ऑटो पर फीचर्स दिए जाएंगे जिसके माध्यम से उन्हें पेमेंट करना काफी आसान होगा और उनकी प्रक्रिया भी काफी सहज रहेगी
NPCI ने जारी किया सर्कुलर
7 अक्टूबर को देश के अंदर बहुत बड़ा सर्कुलर जागृत किया गया है जिसके अंतर्गत सभी यूपीआई सदस्य बैंक और पेमेंट आपको कहा गया है कि वह 21 दिसंबर 2025 तक अपने नए यूपीआई ऐप्स में जो नया नियम लागू किया गया है उसे पूरी तरह से आपको लागू करना होगा साथ में कह दिया गया है कि यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपके ऊपर कई प्रकार के जुर्माना लगाया जा सकते हैं इसके अलावा सात तौर पर कहा गया है कि आप अगर इस प्रकार की प्रक्रिया लागू करते हैं तो यूजर्स को अपनी मर्जी के अनुसार उसे भीम का अनुसरण करना होगा उसके लिए आप उसे फोर्स नहीं कर सकते हैं। किसी भी तरह का कैशबैक, इनाम, नोटिफिकेशन या प्रमोशनल तरीका अपनाकर यूजर को पोर्ट करने के लिए प्रेरित नहीं किया जाएगा।
नया ऑथेंटिकेशन फीचर भी जारी
यूपीआई के अंदर एक नया बड़ा बदलाव किया गया है इसके मत बता दे आप कोई भी पैसा लेनदेन कर रहे हैं तो अब आप किसके अंदर अपना फेस वेरिफिकेशन या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के द्वारा भी कर सकते हैं इस प्रकार की सुविधा केवल ₹5000 के ट्रांसलेशन पर ही लागू होगी उसके नीचे आप इसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।यह नया नियम UPI यूजर्स के लिए एक बड़ा बदलाव है। इससे न सिर्फ पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि यूजर्स को अपने डिजिटल पेमेंट पर और अधिक कंट्रोल मिलेगा।